कद्दू की खेती कैसे करें // kaddu ki kheti kaise kare

कद्दू की खेती

आज हम आपको कद्दू की उन्नत खेती के बारे में सारी जानकारी देने वाले हैं कद्दू की खेती कब और कैसे करनी है जब हमारे किसान भाई कद्दू की खेती करते हैं तो उनके सामने सबसे बड़ी परेशानी यहां आती है तो उन्हें किस मे कौनसी चुनने यह उन्हें समझ नहीं आता है इसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी देंगे

अनुकूल समय

वैसे तो आप कद्दू की खेती 12 महीने भारत में कर सकते हैं लेकिन जो अनुकूल समय है बरसात के समय में जून-जुलाई और अगस्त महीने तक खेती कर सकते हैं इसके अलावा गर्मियों के लिए फरवरी से मार्च के समय में खेती कर सकते हैं और अगर आप सर्दी के महीने में भी इसकी खेती करना चाहते हैं तो दिसंबर महीना सबसे बेस्ट माना जाता है तो आप दिसंबर महीने में कद्दू की खेती कर सकते हैं

उपयुक्त तापमान

कद्दू की खेती के लिए जो सूटेबल टेंपरेचर होता है वहां मिनिमम 15 डिग्री सेल्सियस से 16 डिग्री सेल्सियस होनी चाहिए और मैक्सिमम 35 डिग्री सेल्सियस से 36 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए

उपयुक्त भूमि

कद्दू की खेती आप काली मिट्टी दोमट पीली मिट्टी लाल मिट्टी एवं हल्की माध्यम भूमि या फिर भारी काली दोमट मिट्टी है तो कद्दू की खेती आप कर सकते हैं बस उत्तम जल निकास का प्रबंध होना चाहिए उपयोग तो जीवास वाले पदार्थ मिट्टी होती है ऐसे भूमि पर आप ना केवल कद्दू की खेती कर सकते हैं बल्कि सफलतापूर्वक उपज और उत्पादन भी निकाल सकते हैं

खेत की तैयारी

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कद्दू की खेती जब आप कर रहे हैं उसका प्रिपरेशन किस तरह से करना है सर्वप्रथम मीडियम गहराई में चलने वाले कल्टीवेटर से पहली और दूसरी जुताई करवाना है और अंतिम जुताई में पाटन लगाकर खेत को अच्छे से समतल करा लीजिए या फिर जैसे की मिट्टी को भुरभुरी कराने वाली मशीनें रोटावेटर है हैरोसे से उससे मिट्टी को एकदम भुरभुरी करा लीजिए क्योंकि मिट्टी भुरभुरी होनी चाहिए और खेत के चारों तरफ साफ सफाई जरूर होना चाहिए

इस प्रकार से आप खेत की तैयारी कर सकते हैं

उन्नतशील किस्में

 

 

जो कद्दू की उन्नतशील किसमें है जो कि काफी ज्यादा अधिक उत्पादन देती है और बाजार भाव भी काफी अच्छा मिलता है

किस्मे

1 विनायक pumpkin long F1
(2) VNR P-6
(3) Mahyco mahy-3
(4) VNR jambo F1
(5) Shine – niruana
(6) East – west = arjuna F1 seeds
(7) Doctor seeds = virat

अगर आप इन वैरायटी का सिलेक्शन करते हैं तो बाजार भाव काफी अच्छे मिलते हैं इनके फल काफी चमकदार और अट्रैक्टिव दिखाई देते हैं

प्रति एकड़ बीज

1 एकड़ पर कद्दू की बाई कर रहे हैं तो कितने बीच की जरूरत पड़ेगी यह हम सरल शब्दों में समझते हैं
यदि आप साधारण तरीके से खेती कर रहे हैं ओपन फील्ड फार्मिंग कर रहे हैं तो मान लीजिए साधारण खेती के लिए आपको 800 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम अधिकतम बीच की जरूरत पड़ेगी तो आप 1 एकड़ में इतने यह बीच का उपयोग करें

बीज उपचार

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यदि आप बीज उपचार करते हैं तो जर्मिनेशन अंकुरण अभी स्वास्थ्य होता है और काफी अच्छा होता है और फलों में फंगस नहीं लगते हैं इसके लिए upl की saaf इसके अलावा bavistin है और भी काफी प्रोडक्ट आते हैं जिससे आप बीज उपचार नाशक के रूप में प्रयोग कर सकते हैं
बीज उपचार- कद्दू के बीजों को ( कार्बेंडाजिम = 2 gm + थिरम 2 gm) = प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित करें

बैसल डोज

बुवाई के समय हमें कौन-कौन सी खाद ऑर्गेनिक न्यूट्रल रसायनिक खादों का कॉन्बिनेशन करके हमें अपने खेतों के ऊपर छिड़काव करना है

बैसल डोज :- • DAP = 50 kg +

  • SSP = 50 kg +
  • MOP = 25 kg +
  • ( पकी हुई गोबर की खाद 2 ट्रॉली )
    ( प्रति एकड़ की दर से बुआई के समय प्रयोग करें )

बैड तैयार

  • बैड की चौड़ाई = 2.5 feet
  • बैड से बैड की दूरी = 6 feet
  • बैड की ऊचाई = 1 feet

बैड मेकर या बैड राइजर आपको बैड तैयार कर लेना है

Drip irrigation टपक सिचाई

यदि आप कद्दू की क्रॉप पर ड्रिप को लगा रहे हैं तो 16 एमएम ड्रिप को लगा सकते हैं

Showing & plant distance

आपको 2 – 2 बीजों की बुवाई करनी है

Plant distance

  • बीज से बीच की दूरी = 3 feet
  • जीक जैक रोपाई करें
  • एक बैड में ( डबल लाइन ) पर कद्दू लगाएं

सिंचाई

कद्दू की फसल पर आपको सिकाई जो करना है यदि आप नाली विधि से ओपन फील्ड फार्मिंग कर रहे हैं तो 5 से 6 दिनों के अंदर आपको सिंचाई करनी चाहिए

यदि आप ड्रिप सिंचाई कर रहे हैं तो यह मान लीजिए कि दो 2 दिनों के अंतराल पर रोजाना एक से डेढ़ घंटे ड्रिप से सिंचाई करे

सिंचाई

  • फसल की बुवाई से 7 से 8 दिन पहले पलेवा कर दे
  • खेत में बीज की बुवाई करने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई कर दे
  • पौधे की वनस्पति वृद्धि और मिट्टी में नमी के आधार पर 7 से 8 दिन के अंतराल पर सिंचाई करते रहे

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