चंदन की खेती
चंदन एक परजीवी पौधा होता है चंदन अपना संपूर्ण पोषक तत्व होता है वह स्वयं से नहीं ले पाता है इसीलिए चंदन के साथ हेज का पौधा लगाया जाता है हेज के पौधे से फास्फोरस पोटेशियम और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं वह चंदन को पोषक तत्व देता है
यह पौधा साल भर चंदन को पोषक तत्वों देने के बाद इस के पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए कैसुरिना का पौधा लगाया जाता है यह चंदन का सेकेंडरी होस्ट पौधा होता है बिना होस्ट के आप चंदन नहीं लगा सकते हैं चंदन की या खास बात होती है कि चंदन कभी भी नहीं लगता है यह एक जंगली पौधा होता है इससे आपको किसी भी मौसम में आसानी से लगा सकते हैं
मिट्टी
चंदन की खेती आप किसी भी मिट्टी में कर सकते हैं बस मिट्टी को चंदन की खेती के लिए उपचार बनाना पड़ता है
चंदन के पेड़ में सांप
चंदन के पेड़ मे सांपों का बसेरा होता है आपने बाकी और रहीम की लाइन सुनी होगी की चंदन विष वैपत नही लप्टेल हथ है इससे पता चलता है कि चंदन के पेड़ में सांप लिपटे रहते हैं कहा जाता है कि सांप ठंडी जगह में रहना पसंद करते हैं और चंदन का पेड ठंडी होती है इसलिए आप चंदन के पेड़ मे साँप लिपटे हुए दिख जायेंगे इसलिए किसान चंदन की खेती करने से डरता है
भारत में चंदन की खेती
भारत में चंदन की खेती करना अलाउड नहीं था क्योंकि सरकार ने चंदन की खेती पर बैन लगा दिया था इसलिए चंदन की खेती की बहुत ज्यादा तस्करी की जाती थी मतलब कि कोई भी सरकार की जानकारी के बिना चंदन की खेती नहीं कर सकता था
लेकिन साल 2017 के बाद चंदन की खेती पर लगे बैन को हटा दिया गया है चंदन की खेती को कोई भी व्यक्ति पूरे भारत में अपनी मर्जी से कहीं भी लगा सकते हैं और उनके खेती कर सकते हैं लेकिन अब भी चंदन को खुद काटना और खुद बाजार में बेचना अवैध है चंदन की खेती के नियम के अनुसार किसान चंदन की खेती कर सकता है लेकिन सरकार भी इस सुंदर को खरीदने की और कोई नहीं खरीद सकता है
एक चंदन के पेड़ से लकड़ी
आपको बता दें कि एक चंदन के पेड़ से 15 से 20 किलो लकड़ी नहीं जाती है जिसे बाजार में दो लाख की कीमत तक बेचा जाता है हालांकि बाजार में चंदन की लकड़ी 3 से 7 हजार किलो के भाव पर बिकती है और उसमें क्वालिटी भी डिपेंड करती है लेकिन बहुत ही मांग के कारण इसे 10 हजार प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है
अगर कोई इंसान चंदन के 100 पेड़ लगाता है और उसमें से 70 पेड़ भी बड़े हो जाते है तो किसान 15 साल बाद पेड़ को काट कर बाजार में बेच कर 1 करोड रुपए आराम से कमा सकते हैं
भारत में ऐसे बहुत सारे किसान है जो चंदन की खेती करके लाखों नहीं करोड़ों कमाते हैं लेकिन भारत में चंदन क प्रोडक्शन काफी तेजी से घटा है साल 1950 में 4000 टन चंदन होता था
चंदन के पास है और लाल चंदन की बात ना हो तो ऐसा कैसे हो सकता है चंदन दो तरह के होते हैं एक सफेद चंदन और दूसरा लाल चंदन
लाल चंदन की डिमांड सबसे ज्यादा होती है लाल चंदन जिससे red sandalwood भी कहते है इसे लाल सोना कहा जाता हैं लाल चंदन सिर्फ भारत के साउथ इलाके में होता है उसमें भी तमिलनाडु आंध्र प्रदेश के 4 जिलों में होता है लाल चंदन बहुत ही ज्यादा महंगा बिकता है
लाल चंदन की मांग विदेशों में बहुत ज्यादा है ऑस्ट्रेलिया जापान सिंगापुर चीन समेत कई देशों में लाल चंदन की मांग बहुत जयदा है लाल चंदन की खुशबू सफेद चंदन की तुलना में बहुत ज्यादा तीव्र होती है
नोट :- आप जिस भी तरह की खेती करना चाहते हैं या जिस भी बीज का इस्तेमाल करना चाहते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी अपने आसपास के कृषि केंद्र में जाकर अवश्य लें।
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